इस अनोखी वस्तु को खगोलविदों ने जे1903+0327 नाम दिया है।
3.
कुछ न मिलने के बावजूद आप किसी अनोखी वस्तु के संग्रहकर्ता कहलाएंगे।
4.
सहसा मुझे ऐसा ज्ञात हुआ जैसे कोई अनोखी वस्तु मेरे पलंग के चारों ओर
5.
विभूति इस अनोखी वस्तु को देखकर कहा जाना है कि यह भगवान शिव की विशेष विभूति है।
6.
सहसा मुझे ऐसा ज्ञात हुआ जैसे कोई अनोखी वस्तु मेरे पलंग के चारों ओर अन्धेरे में फिर रही है।
7.
सहसा मुझे ऐसा ज्ञात हुआ जैसे कोई अनोखी वस्तु मेरे पलंग के चारों ओर अन्धेरे में फिर रही है।
8.
इस विशेष मंत्र का उपयोग संक्षिप्त आसार (अनोखी वस्तु या बचा हुआ टुकङा) या दीर्घ समय के लिए किया जा सकता है।
9.
सभ्यता के आरंभिक दौर में जब मनुष्य ने किसी अनोखी वस्तु, प्राणी या घटना के बारे में कुछ बढ़ा-चढ़ाकर, कतिपय रोचक अंदाज में और लोकरंजन की वांछा के साथ बयान करने की कोशिश की होगी;
10.
एक दूकान से दूसरी, मोलभाव करते, टोपी, लकड़ी के मुखौटे, चप्पलें, कुछ बातें कीं, कुछ हंसी मज़ाक, कुछ ना नुकुर, थोड़ा लुट जाने की शिकायत और फिर सौदा तय कर हाथ जोड़ नमस्कार कर अगली अनोखी वस्तु की ओर.